Top Guidelines Of sidh kunjika
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।
No. Pratyahara suggests to deliver the senses inside of. That's, closing off exterior perception. Stambhana fixes the perception inside of by holding the imagined still plus the perception.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
On chanting on the whole, Swamiji claims, “The greater we recite, the greater we pay attention, and the more we attune ourselves on the vibration of what's becoming mentioned, read more then the more We are going to inculcate that Mind-set. Our intention amplifies the Mind-set.”
कुंजिका पाठ मात्रेण, दुर्गा पाठ फलं लभेत्।